धर्म-दर्शन

सनातन धर्म के लक्षण

सनातन धर्म के लक्षण

‘सनातन धर्म’ वह होता है जो देश, काल, जाति, अवस्था आदि मर्यादाओं से मर्यादित न होता हुआ मनुष्यमात्र के पास सदा रह सकता है। किसी देश का, किसी काल का, किसी जाति का अथवा किसी अवस्था का धर्म ‘सनातन धर्म नहीं हो सकता। जो सब देशों, सब कालों, सब जातियों और सब अवस्थाओं में मनुष्य के साथ रह सकता है वही सनातन धर्म है। इस आलेख में सनातन धर्म के लक्षणों का वर्णन किया गया …

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शिवलिंग के प्रकार और उत्पत्ति कथा

शिवलिंग के प्रकार का वर्णन

भारत में भगवान शिव की पूजा मानव और लिंग दो रूपों में की जाती है। लेकिन शिव मंदिरों में प्रधान देवता की मूर्ति के रूप में शिवलिंग की स्थापना की जाती है और मुख्य रूप से उनकी पूजा होती है। आम हिंदू धर्मावलंबी भी विभिन्न प्रकार के पदार्थों से शिवलिंग की स्थापना कर उसकी पूजा करते हैं। भारत में शिवलिंग पूजा की परंपरा प्राचीन काल से ही रही है  जिसके साहित्यिक और पुरातात्विक प्रमाण उपलब्ध …

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आधुनिक समय में पुराण का महत्व क्या है?

धर्म संपूर्ण विश्व के धारण, पोषण, सामंजस्य एवं ऐकमत्व का संपादन करने वाला एकमात्र तत्व है। धर्म का सम्यक ज्ञान वेदों और उसकी सरल व्याख्या करने वाले पुराण आदि के द्वारा ही संपन्न होता है। पुराणों के कारण ही धर्म की रक्षा और भक्ति का मनोरम विकास संभव हो सका है। इसी कारण भारतीय धर्म और संस्कृति में प्राचीन काल से ही पुराण का महत्व रहा है और यह भविष्य में भी बना रहेगा।  हिंदू …

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पुराण के लक्षण कौन-कौन हैं?

हिंदू धर्म में 18 महापुराण हैं। पुराणों को विशिष्टता प्रदान करने के लिए उसके स्वरूप को लक्षणों के द्वारा अभिव्यक्त किया गया है। पुराण के 5 लक्षणों का वर्णन विभिन्न पुराणों में किया गया है। पुराण के लक्षण क्या हैं, यह समझने के लिए यह आवश्यक है कि इस विषय को समझा जाए कि पुराणों की रचना क्यों की गई।  भगवत्प्राप्ति के साधनों का जैसा समावेश पुराणों तथा उप पुराणों में किया गया है वैसा …

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18 पुराणों के नाम और उनका संक्षिप्त परिचय 

18 puran ke naam

हिंदू धर्म ग्रंथों में पुराणों का विशेष महत्व है। छांदोग्य उपनिषद में पुराणों को पंचम वेद कहा गया है। वस्तुतः वेद, उपनिषद, दर्शन आदि अन्य धर्म शास्त्रों में वर्णित गूढ़ तथ्यों को सरल रूप में व्याख्यायित करने के लिए पुराणों की रचना की गई है जिससे साधारण मनुष्य धर्म व अध्यात्म संबंधी विषयों को सरलता से समझ सके। इस आलेख में 18 पुराणों के नाम और उनका संक्षिप्त परिचय दिया गया है।  हिंदू धर्म ग्रंथों …

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