उपनिषदों का महत्व और शिक्षाएं
उपनिषद ब्रह्मविद्या के प्रतिपादक ग्रन्थ हैं। प्रामाणिक 12 उपनिषदों में ब्रह्मविद्या का दार्शनिक स्तर पर विवेचन किया गया है। उपनिषदों में समाज के परिष्कार को ध्यान में रखकर आत्म-परिष्कार की चर्चा की गई। उपनिषदोंं के अनुशीलन से इस निष्कर्ष पर पहुँचना सरल है कि उपनिषद ग्रन्थ निष्काम कर्मयोग के आधार पर सामाजिक कार्यों की शिक्षा प्रदान करते रहे हैं। उपनिषदों का ज्ञान ब्राह्मणों की प्रतिक्रिया का फल प्रतीत होता है। ऐसा प्रतीत होता है कि …