Month: February 2023

सनातन धर्म के लक्षण

सनातन धर्म के लक्षण

‘सनातन धर्म’ वह होता है जो देश, काल, जाति, अवस्था आदि मर्यादाओं से मर्यादित न होता हुआ मनुष्यमात्र के पास सदा रह सकता है। किसी देश का, किसी काल का, किसी जाति का अथवा किसी अवस्था का धर्म ‘सनातन धर्म नहीं हो सकता। जो सब देशों, सब कालों, सब जातियों और सब अवस्थाओं में मनुष्य के साथ रह सकता है वही सनातन धर्म है। इस आलेख में सनातन धर्म के लक्षणों का वर्णन किया गया …

सनातन धर्म के लक्षण Read More »

भगवान विष्णु के कल्कि अवतार की कथा

कल्कि अवतार की कथा

भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से भगवान कल्कि 10वें और अंतिम अवतार हैं। भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से 9 अवतारों का जन्म हो चुका है जबकि कल्कि का अवतार लेना अभी शेष है। कल्कि अवतार की कथा का वर्णन विभिन्न हिंदू धर्म ग्रंथों में मिलता है उसमें प्रमुख हैं – श्रीमद्भागवत गीता, विष्णु पुराण, हरिवंश पुराण, भागवत पुराण, कल्कि पुराण और गीत गोविंद इत्यादि।  कल्कि का सामान्य अर्थ है – सफेद घोड़ा,  …

भगवान विष्णु के कल्कि अवतार की कथा Read More »

भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की कथा

नरसिंह अवतार की कथा

जब समस्त लोक दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु के अत्याचार से त्रस्त था तो उसके अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान विष्णु ने नरसिंह का अवतार धारण किया और उसका वध किया। नरसिंह अवतार भगवान विष्णु के 10 अवतारों में चौथा अवतार है। हिरण्यकशिपु का जुड़वाँ भाई हिरण्याक्ष था जिसकी हत्या के लिए भगवान विष्णु ने वराह अवतार धारण किया था। भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की कथा का विस्तृत वर्णन विष्णु पुराण एवं भागवत …

भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की कथा Read More »

भगवान विष्णु के वराह अवतार की कथा

वराह अवतार की कथा

भगवान विष्णु ने हिरण्याक्ष का वध करने के लिए वराह अवतार धारण किया था। भगवान विष्णु के 10 अवतारों में वराह अवतार उनका तीसरा अवतार है। हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को ले जाकर समुद्र में छिपा दिया था जिससे समस्त लोक में अधर्म का प्राबल्य हो गया था। लोक से अधर्म को समाप्त करने के लिए ही भगवान विष्णु ने वराह अवतार धारण किया था। वराह का अर्थ होता है शुकर। वराह अवतार के समय भगवान …

भगवान विष्णु के वराह अवतार की कथा Read More »

भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की कथा

कूर्म अवतार की कथा

जब-जब लोक में धर्म की हानि हुई है तब-तब भगवान विष्णु ने धर्म की पुनर्स्थापना के लिए अवतार धारण किया है। भगवान विष्णु के दशावतार की चर्चा विभिन्न धर्म ग्रंथों में की गई है। इन 10 अवतारों में दूसरा अवतार कूर्म अवतार माना जाता है। पद्म पुराण के ब्रह्म खंड में भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की कथा का विस्तार से वर्णन किया गया है। कूर्म अवतार की चर्चा नरसिंह पुराण, भागवत पुराण, शतपथ ब्राह्मण, …

भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की कथा Read More »