Month: January 2023

महाशिवरात्रि व्रत में उपवास और रात्रि जागरण का क्या महत्व है?

महाशिवरात्रि व्रत का महत्व

किसी भी मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मानी जाती है। किंतु माघ (फाल्गुन कृष्ण पक्ष) की चतुर्दशी सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है और महाशिवरात्रि कही जाती है। गरूड़, स्कंद, पद्म, अग्नि आदि पुराणों में इसका वर्णन मिलता है। इस देश में जितने प्रकार के पूजा, व्रत, उपवास प्रचलित हैं, उनमें महाशिवरात्रि व्रत के समान महत्ता अन्य किसी की नहीं है। इस वर्ष 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि है। संपूर्ण भारत के स्त्री-पुरुष, …

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विष्णु के मत्स्य अवतार की कथा : हयग्रीव का वध और वेदों की रक्षा

विष्णु के मत्स्य अवतार की कथा

भगवान विष्णु के 10 प्रमुख अवतारों में मत्स्य अवतार का स्थान प्रथम है। मत्स्य अर्थात मछली का रूप धारण कर भगवान विष्णु ने दैत्यों का संहार किया और पृथ्वी को प्रलय से बचाया। श्रीमद्भागवत में कहा गया है – प्रलयपयसि धातुः सुप्तशक्तेर्मुखेभ्यः  श्रुतिगणमपनीतं प्रत्युपादत्त हत्वा।  दितिजमकथयद् यो ब्रह्म सत्यव्रतानां तमहमखिलहेतुं जिह्ममीनं नतोस्मी। अर्थात प्रलय कालीन समुद्र में जब ब्रह्मा जी सो गए थे, उनकी सृष्टि-शक्ति लुप्त हो चुकी थी, उस समय उनके मुख से निकली …

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शिवलिंग के प्रकार और उत्पत्ति कथा

शिवलिंग के प्रकार का वर्णन

भारत में भगवान शिव की पूजा मानव और लिंग दो रूपों में की जाती है। लेकिन शिव मंदिरों में प्रधान देवता की मूर्ति के रूप में शिवलिंग की स्थापना की जाती है और मुख्य रूप से उनकी पूजा होती है। आम हिंदू धर्मावलंबी भी विभिन्न प्रकार के पदार्थों से शिवलिंग की स्थापना कर उसकी पूजा करते हैं। भारत में शिवलिंग पूजा की परंपरा प्राचीन काल से ही रही है  जिसके साहित्यिक और पुरातात्विक प्रमाण उपलब्ध …

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सूर्य उपासना का महापर्व : मकर संक्रांति

मकर संक्रांति शुभकामनाएं

सूर्य पर आधारित अनेक पर्वों व त्योहारों की कल्पना की गई है जिनमें एक मकर संक्रांति भी है। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। संक्रांति का अर्थ है सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना। यही क्रिया जब मकर राशि में होती है तो इसे मकर संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति से मकर राशिस्थ सूर्य उत्तर की ओर यात्रा प्रारंभ करता है जिसे सूर्य का उत्तरायण कहते हैं। इस …

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