Month: July 2022

क्या है नाग पंचमी पूजा विधि?

nag panchami puja vidhi

हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाया जाता है। बिहार एवं भारत के पूर्वी हिस्से में श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को भी नाग पंचमी मनाया जाता है जिसे मौना पंचमी भी कहते हैं। वर्ष 2022 में श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को अर्थात 2 अगस्त 2022 को नाग पंचमी है। भारत के सभी हिस्सों में भिन्न-भिन्न रूपों …

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क्या है इंद्र व विष्णु से जुड़ी रक्षाबंधन की कथा?  

रक्षाबंधन का त्यौहार कब है

श्रावण पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे देश में उत्साह, आनंद और पवित्रता के साथ मनाया जाता है।  इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी मंगल कामना करती हैं। यह पर्व कर्म, आयु और आरोग्य की वृद्धि के लिए मनाया जाता है। रक्षाबंधन को कहीं-कहीं सलोनी या सलूनी भी कहा जाता है। सलोनी का अर्थ होता है नया वर्ष।  2022 में रक्षाबंधन कब है? प्रत्येक वर्ष सावन पूर्णिमा …

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बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग को कामना लिंग क्यों कहते हैं?

बाबा बैद्यनाथ मंदिर

भारत के प्रसिद्ध शैव तीर्थस्थलों में झारखंड स्थित देवघर का बैद्यनाथ धाम (बाबा धाम) अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्री शिव महापुराण के अनुसार 12 ज्योतिर्लिंग की गणना के क्रम में श्री बैद्यनाथ को नौवां ज्योतिर्लिंग बताया गया है। जहां पर यह मन्दिर स्थित है उस स्थान को देवघर अर्थात देवताओं का घर कहते हैं। यह स्थान माता सती के 52 शक्तिपीठों में से एक है। कहा जाता है कि यहाँ पर आने वालों की सारी मनोकामनाएँ …

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सत्यकाम जाबाल व गौतम ऋषि की कहानी

गौतम ऋषि के आश्रम के द्वार पर 10-12 वर्ष का एक ब्रह्मचारी बालक आया। उसके हाथ में ना समिध (यज्ञ या हवनकुंड में जलाई जाने वाली लकड़ी) थी, ना कमर में मुंज (एक प्रकार का तृण) थी, ना कंधे पर अजिन (ब्रह्मचारी आदि के धारण करने के लिये कृष्णमृग और व्याघ्र आदि का चर्म) था और ना उसने उपवित (जनेऊ) धारण किया था।  ब्रह्मचारी बालक गौतम ऋषि के निकट गया और जाकर उन्हें साष्टांग प्रणाम …

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क्यों महत्वपूर्ण है अमरनाथ यात्रा

पवित्र अमरनाथ गुफा स्थित हिम शिवलिंग

भगवान शिव से जुड़े होने के कारण हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा का विशेष महत्व है। यहां प्राकृतिक रूप से निर्मित हिम शिवलिंग है। हिम से निर्मित शिवलिंग होने के कारण श्रद्धालु भगवान शिव को बाबा बर्फानी भी कहते हैं। भगवान शिव में आस्था रखने वाले श्रद्धालु प्रति वर्ष जुलाई-अगस्त के महीने में यहां भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। अमरनाथ यात्रा 2023 की शुरुआत 1 जुलाई से हो रही है। अमरनाथ यात्रा …

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